यूपी की लडक़ी गुम होकर पहुंची केरल

यूपी की लडक़ी गुम होकर पहुंची केरल

यूपी की लडक़ी गुम होकर पहुंची केरल

यूपी की लडक़ी गुम होकर पहुंची केरल

हरियाणा पुलिस ने परिजनों को तलाशा
भाषा ज्ञान के अभाव में तीन माह रही परिजनों से दूर

चंडीगढ, 28 अगस्त। उत्तर प्रदेश की 14 वर्षीय युवती आरिफा गुम होकर केरल पहुंच गई जहां न तो उसे कोई जानता था और न ही उसको वहां की भाषा का ज्ञान था। केरल के चाइल्ड केयर अधिकारियों को नाबालिग से काउंसलिंग करने में और परिवार को ढूंढने में समस्या आ रही थी। 
हरियाणा पुलिस के स्टेट क्राइम ब्यूरो प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि हिंदी भाषी लडक़ी होने के कारण चाइल्ड वेलफेयर इंस्पेक्टर कोझिकोड द्वारा स्टेट क्राइम ब्रांच हरियाणा से संपर्क किया गया और बताया की उनके पास एक भाषी लडक़ी है। एससीबी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पंचकूला ने लडक़ी को उसके परिवार से मिलने का बीड़ा उठाया। जांच से पता चला की नाबालिग दिव्यांग है और गलती से ट्रेन से पहले आंध्र प्रदेश पहुंची और वहां से केरल के एल्लेपी में पहुंच गयी। वहां भाषा से अनजान होने के कारण नाबालिग को केरल की पुलिस द्वारा रेस्क्यू कर चाइल्ड केयर सेंटर भेजा गया। एएचटीयु पंचकूला में कार्यरत एएसआई राजेश कुमार ने उपरोक्त केस पर काम करना शुरू किया और वीडियो कॉल द्वारा नाबालिग की काउंसलिंग की। 
काउंसलिंग के दौरान नाबालिग द्वारा एएसआई राजेश कुमार को बताया गया की मुज्जफरनगर में किसी बागवाली मस्जिद के पास रहती है। यह पता चलने पर एएसआई राजेश कुमार द्वारा बागवाली मस्जिद में थानों में संपर्क किया गया। जिसके बाद राजेश कुमार ने उसके परिजनों को तलाश किया।

सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी ने की भाषा समझने में मदद

एससीबी प्रवक्ता के अनुसार जांच अधिकारी को भी सबसे अधिक समस्या भाषा की आई। इस समस्या के समाधान के लिए अनुसंधान अधिकारी द्वारा हरियाणा पुलिस के एक रिटायर्ड पुलिस महानिदेशक से संपर्क कर सहायता मांगी। सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक ने द्विभाषिये का प्रबंध किया। जिसकी मदद से यह केस सुलझाया गया।